आगरा : उत्तर प्रदेश के आगरा में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां यमुना नदी में नहाते समय छह लड़कियां डूब गईं है। चार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। एक ही परिवार की छह लड़कियों की मौत से पूरा इलाका दहल गया। मरने वाली लड़कियों में तीन सगी बहनें थीं। जानकारी के मुताबिक मरने वाली लड़कियों में से एक की शादी तय थी। उसकी शादी देवोत्थान पर होनी थी। इसकी तैयारियां चल रही थीं, तभी जिस घर में बारात आनी थी, उसके आंगन में छह लड़कियों के शव मिले। इसके बाद शादी का माहौल मातम में बदल गया और परिवार में चीख-पुकार मच गई है।
आपको बता दें कि सिकंदरा के गांव महल में मुस्कान की शादी हाल ही में तय हुई थी। परिवार के लोग मुस्कान की शादी की तैयारियों में जुटे थे। परिजन एक नवंबर को देवोत्थान पर उसकी शादी करना चाहते थे। दादा विजय सिंह ने बताया कि रात को काम से घर आने के बाद पांचों बेटियां पिता को ऑनलाइन साइट से पसंद आए कपड़े दिखाती थीं। परिवार के अन्य सदस्य भी शादी की तैयारियों में जुटे थे। इससे पहले मंगलवार को उनकी मौत हो गई थी। मां कांता सुबह सत्संग सुनने गई थीं। पिता सुरेश काम पर गए थे। बेटियों की मौत की खबर सुनते ही वह नंगे पांव घर की ओर दौड़ पड़े। पति-पत्नी दोनों एक ही बात कह रहे थे कि बेटी की शादी का सपना अधूरा रह गया। इतने दिनों से सपने संजोए थे। सब पल भर में खत्म हो गए।

छह बच्चियों के यमुना नदी में डूबने की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री सचिवालय से फोन घनघनाने लगे। लखनऊ से घटना की जानकारी ली गई। कई थानों की फोर्स के साथ अफसर मौके पर पहुंच गए। तहसील स्टाफ भी मौके पर पहुंच गया। परिजन पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि अभी वे कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बच्चियों के दादा व अन्य परिजनों को समझाया कि यदि पोस्टमार्टम नहीं कराया तो मुआवजा मिलने में दिक्कत आएगी। वह काफी देर तक परिजनों को समझाते रहे। उन्होंने कहा कि अन्य बच्चों की अच्छी परवरिश के बारे में सोचो। उनका भी ख्याल रखना है। इसके बाद ही वे पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए।
आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह यमुना किनारे नगला नत्थू गांव में रहने वाली तीन सगी बहनें अपनी बुआ, चचेरी बहन और हमउम्र चचेरी बहनों के साथ नहाने गई थीं। इस दौरान छह लड़कियां गहरे पानी में डूब गईं। चचेरी बहन ने शोर मचाया तो खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे। आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सभी को बाहर निकाल लिया गया। पुलिस की जीप से चार किशोरों को एसएन इमरजेंसी ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दो की सांसें चल रही थीं। उन्हें दूसरी पुलिस जीप से निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां दो घंटे बाद उनकी भी मौत हो गई। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।
