Mother's Day Special
Concept Photo : सोशल मिडिया 

Mother’s Day Special : आईवीएफ के सहारे भर गई उजड़ी गोद, बन गई जुड़वां बेटों की मां, मृतक बेटों के नाम पर ही किया नामकरण

Published By Roshan Lal Saini

Mother’s Day Special : “मां से बढ़कर दुनिया में कोई नहीं” इस कहावत को सहारनपुर की उर्मिला देवी ने सिद्द कर दिखाया है। पडोसी से हुए झगडे में जवान बेटों की मौत के बाद अकेली जीवन बिता रही उर्मिला ने न सिर्फ बेटों के हत्यारों को सजा दिलाने की जंग लड़ी है बल्कि आईवीएफ का सहारा लेकर जुड़वों बच्चों को जन्म दिया है।

ख़ास बात ये है कि इस मां को दोनों बच्चों में अपने मृतक बेटों की सूरत नजर आ रही है। यही वजह है कि सुनी गोद भरे जाने पर दोनों बच्चों के नामकरण भी मारे गए बेटों के नाम पर ही किया है। ताकि वह अपने खो चुकी जवान बेटों की याद को भी ज़िंदा रख सके।

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Concept Photo : सोशल मिडिया

आपको बता दें कि आज मदर्स दे है ऐसे में हर कोई अपनी माँ की तस्वीरें न सिर्फ सोशल मीडिया पर शेयर कर बधाई दे रहा है बल्कि व्हाट्सअप स्टेटस पर भी लगाए हुए हैं। कई लोग अपनी स्वर्गवासी माँ को याद कर रहा है तो कोई अपनी माँ के लिए गिफ्ट खरीद रहा है। लेकिन वहीं सहारनपुर की एक माँ अपने मर चुके जवान बेटों के लिए अनोखी मिशाल बनी हैं। Mother’s Day Special

थाना नगर कोतवाली इलाके के माधो नगर निवासी उर्मिला देवी ने जिंदगी के आखरी पड़ाव से पहले लोक लाज को किनारे कर मजबूत कदम उठाया है। उन्होंने 6 साल से अकेले जिंदगी गुजारी है लेकिन बुढ़ापे का सहारा ना होने की वजह से आईवीएफ का सहारा लिया है। जिसके चलते करीब 45 साल की उर्मिला ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। Mother’s Day Special

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दरअसल पांच साल पहले 18 अगस्त 2019 की सुबह गाय के गोबर को लेकर हुए विवाद के चलते पड़ोसियों ने उर्मिला देवी के दो जवान बेटों की गोली निर्मम हत्या कर दी थी। जबकि उसके पति की बीमारी के चलते पहले ही मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद वह बेटे आशीष और आशुतोष के जीवन व्यतीत कर रही थी। पति की मौत के बाद उर्मिला ने अपना पूरा जीवन बेटों के नाम कर दिया था। उर्मिला ने बड़े बेटे आशीष की 2018 में शादी कर दी थी। घर में बहु आई तो पति की मौत को भूल गई। Mother’s Day Special

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समय बीता तो बेटे आशीष की पत्नी गर्भवती भी हो गई। लेकिन इसी बीच उनके परिवार को दुश्मनों की ऐसी नजर लगी कि हँसता खेलता परिवार बिखर गया। गाय के गोबर को लेकर हुए विवाद में पड़ोसी परिवार ने उर्मिला के परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया। पड़ोसी परिवार ने घर में घुस कर बेटे आशीष और आशुतोष पर ताबतोड़ फायरिंग कर दी। जिससे दोनों बेटों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। जबकि उर्मिला और आशीष की पत्नी को गंभीर चोटें आई थी। दोनों बेटों की हत्या के बाद उर्मिला देवी पूरी तरह टूट चुकी थी। Mother’s Day Special

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घटना के कुछ समय बाद आशीष की पांच माह की गर्भवती पत्नी भी उर्मिला को छोड़कर चली गई। मायके जाकर उसने दूसरी शादी कर ली। जिसके बाद उर्मिला देवी अपने घर में अकेली रह गई थी। अब उर्मिला के सामने बेटों के हत्यारों को सजा दिलाना ही जिंदगी का आखिरी मकशद था। उसके लिए उसने अदालत में लम्बी लड़ाई लड़नी पड़ रही है। वहीं खून से लथपथ बेटों के शव नहीं भूल पाना और घर की दीवारें हर समय जवान बेटों की याद दिलाती थी। जिसके बाद उर्मिला ने अपने बेटों को पाने का मन बना लिया। उन्होंने बेटों की चाह में ऐसा मजबूत कदम उठाया जिसके लिए कोई विधवा तो क्या सुहागन भी कई बार सोचती है। Mother’s Day Special

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उर्मिला देवी ने लोक लाज़ सब को साइड किया और आधुनिक तकनिकी आईवीएफ का सहारा लिया। आइवीएफ के जरिए संतान पैदा करने का कठोर फैसला ले लिया लिया। कहते हैं “हिम्मते मर्दा तो मददे खुदा” यह कहावत बेबश उर्मिला पर सिद्द हो गई। कुदरत का ऐसा करिश्मा हुआ कि उर्मिला देवी ने आईवीएफ तकनिकी की प्रक्रिया एक बच्चे के लिए हुई थी। लेकिन कुदरत ने उनको दो जुड़वा बच्चों की माँ बना दिया। यानि उर्मिला ने एक साथ जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। जुड़वा बच्चों के जन्म के बाद उर्मिला की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। वह बारम्बार भगवान को धन्यवाद दे रहीं हैं। Mother’s Day Special

ख़ास बात तो ये है कि उर्मिला को अपने जुड़वां बच्चों में पड़ोसी द्वारा मारे गए बेटों आशीष और आशुतोष की झलक दिखाई दे रही है। जिसके चलते उन्होंने दोनों बच्चों का नाम बी आशीष और आशुतोष ही रखा है। उर्मिला का कहना है कि एक माँ के लिए उनकी ओलाद ही सब कुछ होती है। मैंने आईवीएफ के सहारे पैदा किये हैं। लोग क्या कहेंगे इस बात से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। इन बच्चों के सहारे अब मेरे जीवन का अंतिम पड़ाव कट जाएगा। अब मुझे भगवान् से कुछ नहीं चाहिए बीएस भगवान् मेरे दोनों बच्चों को सलामत रखे और इन्हे कामयाब बनाये। Mother’s Day Special

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