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Dehli Political News : सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी से कौन हो रहा मज़बूत, भाजपा या आम आदमी पार्टी ?

Dehli Political News : सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी से कौन हो रहा मज़बूत, भाजपा या आम आदमी पार्टी ?

Published By Special Desk NEWS14TODAY..

Dehli Political News : शराब नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल 1 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में रहेंगे। उसके बाद उनकी जमानत या और सजा को लेकर कोर्ट का अगला फैसला आएगा। लोगों का मानना है कि जनता द्वारा चुने हुए एक मुख्यमंत्री की इस प्रकार हुई गिरफ्तारी को अब कथित शराब घोटाले से ज्यादा भाजपा की मोदी सरकार की तानाशाही और उसके द्वारा विपक्ष को धराशाही करने की नजर से ज्यादा देखा जा रहा है।

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इसकी वजह ये है कि केंद्र की मोदी सरकार में न सिर्फ ईडी और सीबीआई की कार्रवाही पर सवाल खड़े हुए हैं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी पार्टियों को खत्म करने या उन्हें अपने साथ लाने के आरोप लगते रहे हैं। अभी तक दर्जनों ऐसे नेता भाजपा में आ चुक हैं, जो भ्रष्टाचार के आरोपों से ही नहीं घिरे हैं, बल्कि कई दूसरे मामलों में भी दागी हैं। लेकिन भाजपा के साथ आने पर उन्हें बख्श दिया गया है। Dehli Political News

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इसके अलावा भाजपा नेताओं पर भी भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े आरोप लगते रहे हैं। खुद मौजूदा केंद्र की मोदी सरकार पर पेगासस, फाइटर प्लेन खरीद, नोटबंदी, नमामि गंगे योजना और तमाम छोटी-बड़ी योजनाओं में घोटाले के आरोप लगे हैं। और अब तो इलेक्टोरल बॉन्ड को दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला बताया जा रहा है। खुद क्रेंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति ने इलेक्टोरल बॉन्ड को दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला बताया है। किसानों को लेकर भी सरकार की नीयत में खोंट ही नजर आता है।

कई झूठे और तारीफों वाले विज्ञापनों के जरिए अपना महिमामंडन करके अपनी छवि को साफ-सुथरा बनाने की कोशिश में भी केंद्र की मोदी सरकार पर अरबों रुपए खर्च करने के आरोप लग रहे हैं। बहरहाल, केजरीवाल को 21 मार्च की शाम 7 बजे ईडी ने गिरफ्तार करके उन पर कथित शराब घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता का मामला दर्ज किया है। राउज एवेन्यू कोर्ट और हाई कोर्ट से उन्हें राहत नहीं मिली है। 28 मार्च को राउज एवेंयु कोर्ट में 39 मिनट चली सुनवाई में केजरीवाल ने खुद अपनी पैरवी करते हुए कोर्ट से सवाल किया कि अगर 100 करोड़ रुपए का शराब घोटाला हुआ, तो वो पैसे कहां गये?

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इस प्रकार से अपना मुकदमा खुद लड़ने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री बनकर केजरीवाल ने समर्थकों के दिल में और जगह बना ली है। इससे पहले भी उन्होंने जेल से ही दिल्ली की जल मंत्री आतिशी को आदेश जारी किया कि गर्मी आने वाली है, दिल्ली वालों को पानी की कमी न हो, इसके लिए पर्याप्त टैंकरों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने अपने खिलाफ खड़े दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना के लिए भी अपील लिखी कि उन्हें उम्मीद है कि उप राज्यपाल दिल्ली की जनता तक सुविधाएं पहुंचाने में दिल्ली सरकार की मदद करेंगे। Dehli Political News

दरअसल, जेल से सरकार चलाने को लेकर भी उप राज्यपाल ने आपत्ति जताई है। कोर्ट में मुख्यमंत्री की दलीलों पर ईडी ने कहा कि एलजी ने कहा है कि जेल से सरकार नहीं चलेगी। उप राज्यपाल के इस बयान पर दिल्ली में राष्ट्रपति शासन की भी चर्चा चली है। हालांकि एक पूर्ण बहुमत की सरकार को इस तरह मुख्यमंत्री के जेल में होने पर गिराकर राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जा सकता। इन सब बातों को केजरीवाल ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया है।

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उप राज्यपाल के बयान पर ईडी ने केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से हटाने की याचिका डाली थी, जिसे हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया। केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अमेरिका के बयान पर अमेरिकी राजनयिक को विदेश मंत्रालय के तलब किए जाने के बाद भी केंद्र सरकार से कहा कि, “मैं किसी निजी डिप्लोमैटिक बातचीत के बारे में कुछ नहीं कहने जा रहा हूँ लेकिन निश्चित रूप से, हमने सार्वजनिक रूप से जो कहा है, वही मैंने अभी यहां से कहा है कि हम निष्पक्ष, पारदर्शी, समय पर क़ानूनी प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करते हैं। हमें नहीं लगता कि किसी को इस पर आपत्ति होनी चाहिए। हम यही बात निजी तौर पर भी स्पष्ट करेंगे।” Dehli Political News

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आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि जिस शरथचंद्र रेड्डी की गवाही पर 100 करोड़ रुपए का चंदा लेने का आरोप लगाकर ईडी ने आम आदमी पार्टी के चार बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर रखा है, उसी शरथचंद्र रेड्डी से भाजपा 55 करोड़ रुपए से ज्यादा का चंदा ले चुकी है। अगर शरथचंद्र रेड्डी माफिया है, तो भाजपा भी उतनी ही दोषी है, जितनी आम आदमी पार्टी। आप का तर्क है कि जब शरथचंद्र रेड्डी को ईडी ने 10 नवंबर 2022 को गिरफ्तार किया था और महज 5 दिन बाद यानि 15 नवंबर 2022 को उसकी कंपनी अरविंदो फार्मा ने भाजपा को 5 करोड़ रुपए का चंदा दिया। और मई 2023 में शरत रेड्डी को बिना किसी आपत्ति के ईडी ने जमानत दे दी। इसके बाद 2 जून 2023 को ईडी ने शराब घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता से सरकारी गवाह बना लिया गया। इसके बाद ईडी को इसी शरथचंद्र रेड्डी ने आम आदमी पार्टी के नेताओं और तत्कालीन मंत्रियों के खिलाफ बयान दिए, जिसके आधार पर उन्हें ईडी ने गिफ्तार कर लिया। Dehli Political News

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पिछले साल ही भाजपा को शरथचंद्र रेड्डी की अरविंदो फार्मा ने 50 करोड़ रुपए का चंदा और दिया है। अब शरथचंद्र रेड्डी के खिलाफ कोई जांच नहीं हो रही है। केजरीवाल ने कोर्ट में कहा कि ये रैकेट चल रहा है। शरथचंद्र ने गिरफ्तारी के बाद भाजपा को मोटा चंदा दिया है। हम ईडी की कार्रवाही का विरोध नहीं कर रहे हैं। ईडी जितने दिन चाहे मुझे हिरासत में रख ले, लेकिन यह साजिशन किया जा रहा है और एक बड़ा घोटाला है। दूसरी तरफ केजरीवाल की गिरफ्तारी वाले दिन से ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक दिल्ली के अलावा देश के कई इलाकों में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ 31 मार्च को इंडिया गठबंधन के नेता दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली आयोजित की जा रही है। जिसमें इंडिया गठबंधन के तमाम नेताओं के पहुंचने की उम्मीदें जताई जा रही हैं। Dehli Political News

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बहरहाल, राजनीतिक जानकार मानते हैं कि भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करके न सिर्फ उनके कद को बढ़ा दिया है, बल्कि अपने लिए भी गड्ढा खोद लिया है। ये गड्ढा भाजपा ने अपने लिए दो तरह से खोदा है। एक तो यह कि इस गिरफ्तारी से अरविंद केजरीवाल का कद बढ गया दूसरा अरविंद केजरीवाल जी मौके की तलाश में थे भाजपा सरकार ने उनको दे दिया है उनकी गिरफ्तारी और उनके जेल जाने से उनको जो सिंपैथी मिल रही है वह अप्रत्याशित है।

इसीलिए केजरीवाल सियासी रणनीति के तहत वें यह दांव चल रहे हैं। अगर उनकी सरकार बर्खास्त होती है तो उनको और अधिक सिंपैथी मिलेगी, और अगले साल दिल्ली में विधानसभा के चुनाव भी होने हैं केजरीवाल इस बात से वह आश्वस्त है कि अगर उनकी सरकार बर्खास्त होती है तो उनको पुनः दिल्ली में प्रचंड बहुमत प्राप्त होगा। Dehli Political News

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इसी रणनीति के तहत केजरीवाल इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। और इसीलिए वह चाहते हैं उनकी सरकार बर्खास्त हो, जिसका फायदा उनको वर्तमान लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनाव में हो। क्योंकि उनकी गिरफ्तारी से जिस प्रकार दुनिया के कुछ देशों ने आवाज उठाई है उसे केजरीवाल के हौसले बुलंद नजर आते हैं गौरतलब है कि पहले जर्मनी और फिर अमेरिका द्वारा उनकी गिरफ्तारी को लेकर सवाल करना और न्याय करने की बात कहना कोई छोटी बात नहीं है।

अमेरिका ने एक बयान में कहा कि वह निष्पक्ष, पारदर्शी और समय पर क़ानूनी प्रक्रियाओं को अंजाम तक पहुँचाने का समर्थन करता है और उसे नहीं लगता कि इस पर किसी को आपत्ति होनी चाहिए। इससे पहले जर्मनी ने भी केजरीवाल की गिरफ्तारी में उचित न्याय की बात कही थी। केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों के राजनयिकों को तलब करके उनके बयानों पर आपत्ति दर्ज कराई और केजरीवाल की गिरफ़्तारी को घरेलू मामला बताया। Dehli Political News

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दरअसल, 19 अप्रैल से 7 चरणों में लोकसभा के लिए वोटिंग होनी है, जो 1 जून तक चलेगी। विपक्ष का मानना है कि भाजपा ने अबकी बार 400 के पार का नारा तो दिया है लेकिन पार्टी अंदर ही अंदर कहीं ना कहीं जनता के विरोध से डरी हुई भी है, जिसके लिए वो विपक्ष को अपाहिज बना देना चाहती है ताकि वह चुनाव ना लड़ सके। जिसके तहत वो एक-एक करके विरोधी पार्टियों के ताकतवर नेताओं को जेल में डाल रही है। लेकिन इसका नतीजा उसके लिए और खराब हो सकता है। कई तबके देश के अलग-अलग हिस्सों में उसका और केंद्र की मोदी सरकार का खुला विरोध कर रहे हैं, जिसे दबाने की भरपूर कोशिश की जा रही है। Dehli Political News

बहरहाल अब देखना ये है कि क्या 2024 के ये आम चुनाव में विपक्ष कुछ करिश्मा दिखता है और भाजपा और खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ये चुनाव भारी पड़ने वाला हैं? हालांकि कयास कुछ भी लगाये जा सकते हैं। जिस प्रकार से इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों में लगातार दलबद्ल, टूट और टिकटों के बंटवारे में तल्खी सामने आ रही है। वह जताता है कि भाजपा के इस मजबूत किले को तोड़ना इतना भी आसान नहीं है। 2024 का चुनावी ऊंट किस करवट बैठता है यह तो 4 जून को आने वाले नतीजे ही ये बताएंगे।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक हैं)

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