Covishield Side Effects

Covishield Side Effects : KGMU ने कोविशील्ड के शोध पत्रों का किया अध्ययन, कोविशील्ड से नहीं होगा साइड इफेक्ट 

Covishield Side Effects : KGMU ने कोविशील्ड के शोध पत्रों का किया अध्ययन, कोविशील्ड से नहीं होगा साइड इफेक्ट

Published By Anil Katariya

Covishield Side Effects : इन दिनों कोरोना वैक्सीन को लेकर दुनिया भर में दहशत का माहौल देखा जा रहा है। कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों में हार्ट अटैक, खून के थप्पे जमना, ब्रेन हेमरेज जैसी बीमारियां होने की संभावनाएं बतायी जा रही हैं। जिसके चलते एक बार फिर कोरोना माहमारी के दौर की यादें ताज़ा हो गई हैं।

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वहीं कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर केजीएमयू के न्यूरोलॉजी विभाग अच्छी खबर दी है। KGMU के न्यूरोलॉजी विभाग ने देशभर के शोधपत्रों का अध्ययन कर एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें दो साल बाद ब्लड क्लाटिंग, दिल का दौरा पड़ने व न्यूरो से संबंधित बीमारियों की आशंका न के बराबर बताई गई है। Covishield Side Effects

 

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KGMU के न्यूरोलॉजी विभाग ने कोविशील्ड वैक्सीन के दुष्प्रभाव को लेकर देशभर के शोध पत्रों का अध्ययन किया है। न्यूरोलॉजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्स्कों ने शोध पत्रों के अध्यन के बाद रिपोर्ट जारी की है। न्यूरोलॉजी इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक यह वैक्सीन लगवाने वालों को अब दो साल बाद ब्लड क्लाटिंग, दिल का दौरा पड़ने व न्यूरो से संबंधित बीमारियों की आशंका नहीं के बराबर बतायी है। Covishield Side Effects

जानकारी के मुताबिक़ कोरोना अकाल में वैक्सीन लगने के दो हफ्ते के अंदर करोड़ों लोगों में से महज 136 लोगों को कुछ परेशानी हुई थी। जिसके बाद से KGMU न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. आरके गर्ग के निर्देशन में यह अध्ययन किया जा रहा था। डॉ. आरके गर्ग ने बताया कि “जून 2022 तक 1,97,34,08,500 कोविड वैक्सीन की डोज लगाई गई थीं। इनमें ज्यादातर लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन लगी थी। वैक्सीन के दुष्प्रभाव पर प्रकाशित शोध पत्रों का विभाग के डॉ. हरदीप सिंह मल्होत्रा, डॉ. इमरान रिजवी और डॉ. बालेंद्र प्रताप सिंह आदि ने अध्ययन किया।” Covishield Side Effects

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डॉ.  आरके गर्ग ने बताया कि “वैक्सीन लगने के बाद भारत में कुल 136 मरीजों में दिक्कतें सामने आई थीं। इसमें 10 मरीजों के दिमाग में खून का थक्का जमने की शिकायत मिली थी। जबकि हरपीज के सबसे ज्यादा 31 मामले मिले थे। मस्तिष्क व स्पाइन कॉर्ड में सूजन और फंक्शनल न्यूरोलॉजिकल डिसआर्डर के मामले भी थे।”

KGMU की रिपोर्ट के मुताबिक़ दिल्ली, यूपी, पश्चिम बंगाल और केरल से अधिक मामले सामने आए थे। ये समस्याएं वैक्सीन लगवाने के दो सप्ताह के अंदर की हैं। दो साल बाद वैक्सीन के दुष्प्रभाव की आशंका बेहद कम है। Covishield Side Effects

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