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UP Lok Sabha Election : सीतापुर का भड़काऊ ब्यान आकाश आनंद को पड़ा महंगा, बसपा कोऑर्डिनेटर और उत्तराधिकारी जिम्मेदारी से किये गए मुक्त

UP Lok Sabha Election : सीतापुर का भड़काऊ ब्यान आकाश आनंद को पड़ा महंगा, बसपा कोऑर्डिनेटर और उत्तराधिकारी जिम्मेदारी से किये गए मुक्त

Published By Political Desk News14Today..

UP Lok Sabha Election : लोकसभा चुनाव के बीच बहुजन समाज पार्टी में खलबली मची हुई है। जिसकी वजह बसपा के राष्ट्रीय कोआर्डिटनेटरएवं बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद बताये जा रहे हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सीतापुर में भड़काऊ भाषण देने पर मायावती ने आकाश आनद को नेशनल कोआर्डिटनेटर पद से हटा दिया है। इतना ही नहीं बसपा सुप्रीमो ने आकाश आनंद को अपने उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी से भी मुक्त कर दिया है।

जिसके बाद आकाश आंनद सड़क पर आ गए हैं। दोनों बड़ी जिम्मेदारियों से मुक्त करने की मुख वजह आकाश का सियासी अखाड़े में अपरिपक्व होना बताया जा रहा है। आकाश आनद ने सीतापुर में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए न सिर्फ भड़काऊ भाषण दिया था बल्कि भाजपा नेताओं की तुलना आंतकवादियों से की थी। UP Lok Sabha Election

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फोटो – सोशल मिडिया 

आपको बता दें कि आकाश आनंद पिछले दिनों सीतापुर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। जहां उन्होंने भाजपा नेताओं की तुलना आतंकवादियों से करते हुए उन्हें जूतों से मारने की बात कही थी। जिसके बाद भाजपा नेताओं की शिकायत पर आकाश आनंद के खिलाफ भड़काऊ भाषण के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमे में बसपा के जिलाध्यक्ष विकास राजवंशी, लखीमपुर के प्रत्याशी अंशय कालरा, धौरहरा के प्रत्याशी श्याम किशोर अवस्थी, सीतापुर के प्रत्याशी महेंद्र सिंह यादव को भी नामजद किया गया। UP Lok Sabha Election

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आकाश के खिलाफ मुदकमा दर्ज होते ही बसपा सुप्रीमो ने कड़ा रुख अख्तियार करना पड़ा। आनन फानन में मायावती ने सबसे पहले आकाश आनंद की रैलियों को रद्द कर दिया। उसके बाद आकाश आनंद को उसके पदों से मुक्त कर दिया। हालांकि आकाश के पिता आनंद कुमार यथास्तिथि में पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। UP Lok Sabha Election

बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार देर रात बसपा के राष्टीय कोऑर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी दोनों पदों से हटा दिया। मायावती ने आकाश आनंद को पद मुक्त कर जिम्मेदारियों से अलग कर दिया। इतना ही नहीं यूपी और उत्तराखंड के चुनाव से दूर रहने के निर्देश दिए गए। साथ ही मायावती ने इसकी वजह उनका अपरिपक्व होना बतायी है। UP Lok Sabha Election

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जानकारी के मुताबिक़ बसपा सुप्रीमो की रोक के बाद भी आकाश आनंद दिल्ली में पार्टी समर्थकों, छात्रों, शिक्षकों आदि से संपर्क साधते रहे और विपक्षी नेताओं को लगातार निशाने पर लेते रहे। जिसके बाद बसपा सुप्रीमो ने मंगलवार की देर रात अपने X अकॉउंट पर बयान जारी कर आकाश आनंद को दोनों अहम्के पदों से हटाने की घोषणा की है। मायावती ने आकाश राष्ट्रीय कोआर्डिटनेटर के पद और अपने उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया। UP Lok Sabha Election

हालांकि उन्होंने आकाश आंनद के पिता और अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी व मूवमेंट के हित में पहले की तरह अपनी जिम्मेदारी निभाते रहने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि बसपा का नेतृत्व पार्टी व मूवमेंट के हित में एवं डॉ. आंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे हटने वाला नहीं है। UP Lok Sabha Election

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गौरतलब है कि बसपा में अहम पदों पर काबिज किए गए युवा नेता आकाश आनंद महज पांच महीने ही राष्ट्रीय कोआर्डिटनेटर के पद पर टिक पाए। सुरिमो मायावती ने गत वर्ष दिसंबर महीने भतीजे आकाश आनंद को पदाधिकारियों के सम्मेलन में अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। इस दौरान मायावती ने आकाश आनंद को यूपी और उत्तराखंड से दूर रखने को कहा था। लेकिन आकाश आनंद ने लोकसभा चुनाव आते ही सबसे पहले बसपा की जनसभाओं की शुरुआत नगीना से कर दी। जहां उन्होंने जनसभा में आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष एवं नगीना के प्रत्याशी चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण पर सीधा हमला बोला, जो बसपा नेतृत्व को रास नहीं आया। UP Lok Sabha Election

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आकाश आनंद के इस भाषण का सियासी फायदा चंद्रशेखर को मिलने की संभावना जताई जाने लगी। रही सही कसर उन्होंने सीतापुर में भड़काऊ भाषण देकर पूरी कर दी। जो बसपा नेतृत्व को रास नहीं आया। उन्होंने ऐसे मुद्दों को भी हवा दी, जिससे बसपा नेतृत्व किनारा करता रहा है। वहीं बसपा सुप्रीमो खुद भी लगातार चुनाव की आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने पर चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई करने की मांग लगातार कर रही थीं, ऐसे हालात में उन्होंने सबसे पहले अपने उत्तराधिकारी पर ही गाज गिराकर बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। UP Lok Sabha Election

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