Loksabha Election Result

Loksabha Election Result : सहारनपुर मंडल में हुआ भाजपा का सफाया, कई मंत्रियो पर गाज गिरना तय 

सहारनपुर : लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद हुई हार जीत को लेकर जहां सभी दलों में अनोखा माहौल देखा जा रहा है वहीं सत्ताधारी नेताओं में अजीबो-गरीब डर बना हुआ है। डबल इंजन की सरकार होने बाद उत्तर प्रदेश में भाजपा की कम सीटों पर हुई जीत के बाद पार्टी हाईकमान ने नाराजगी जताई है। भाजपा का गढ़ माना जाने वाले पश्चमी उत्तर प्रदेश में खराब प्रदर्शन से योगी सरकार के कई मंत्री हाईकमान की नजर में आ गए हैं। जिसके चलते पश्चमी यूपी के दिग्गज कहे जाने वाले मंत्रियों की कुर्सी खतरे में आ गई है। सहारनपुर मंडल की तीनों सीटों पर पर हुई करारी हार से इन दिग्गज मंत्रियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।
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आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा जहां 400 पार के नारे के साथ चुनाव मैदान में थी वहीं यूपी की 80 सीटों में 70 सीट जीतने का दावा कर रही थी। लेकिन राजपूत और सैनी समाज की नाराजगी के साथ 400 पार का नारे से भाजपा के सपने पर पानी फेर दिया। मंगलवार को वोटों की गिनती हुई तो भाजपा यूपी की केवल 36 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई। हैरत की बात तो ये है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और संजीव बालियान समेत कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा। जबकि प्रदेश सरकार के दो मंत्री जरूर लोकसभा सभा जीते हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद हर सीट की समीक्षा की जा रही है। वो बात अलग समूचे भारत में एनडीए को बहुमत हासिल हो गया। जिसके चलते नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर मंत्रीमंडल का विस्तार करने की तैयारी में जुट गए हैं। Loksabha Election Result
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दरअसल यूपी में डबल इंजन की सरकार की योजनाओं के साथ राम मंदिर और धारा 370 को लेकर जनता की बीच जा रही थी। पीएम मोदी से लेकर तमाम भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और प्रदेश सरकारों के मंत्रियों की फौज चुनाव प्रचार में जुटी थी। बावजूद इसके सबसे बड़े सूबे में भाजपा का प्रदर्शन बेहत ख़राब रहा। खराब प्रदर्शन की वजह चाहे जो रही हो लेकिन कहीं ना कहीं भाजपा के मंत्रियों और सांसद-विधायकों का रवैया भी हार का बड़ा कारण है। जिस तरह सहारनपुर मंडल से लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया हुआ है उसके लिए स्थानीय भाजपा नेताओं और मंत्रियों की कार्यशैली पर सवाल उठना लाज़मी है। जिन जिलों में भाजपा प्रत्याशियों की हार हुई वहां के मंत्रियों के प्रदर्शन पर विचार किया जाएगा। जिन मंत्रियों का प्रदर्शन खराब रहा है उन गाज गिरना लाज़मी है। समीक्षा के बाद पार्टी हाईकमान तय करेगा कि ऐसे मंत्रियों में किसकी कुर्सी जायेगी और कौन कुर्सी पर बना रहेगा। Loksabha Election Result
पार्टी सूत्रों की माने तो पार्टी हाईकमान ऐसे मंत्रियों की सूचि तैयार कर रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भाजपा का सफाया हुआ है। कई मंत्री तो ऐसे हैं जो अपनी विधान सभा से भी लोकसभा में जीत नहीं दिला पाए। जबकि कई मंत्रियों का प्रदर्शन ऐसा रहा कि जिनके क्षेत्र में मामूली अंतर से ही भाजपा को बढ़त मिल पाई। हालांकि विधानसभा चुनाव में उनकी अपनी बड़ी जीत हुई थी। योगी सरकार के मंत्रियों का इतना खराब प्रदर्शन रहेगा यह पार्टी हाईकमान तो दूर खुद मंत्रियों ने भी नहीं सोचा था। अगर हम जनपद सहारनपुर की बात करें तो यहां कुंवर बृजेश सिंह और जशवंत सैनी योगी सरकार में दो मंत्री हैं। जशवंत सैनी को विधान परिषद सदस्य के साथ संसदीय मामलों के मंत्री और औद्योगिक विकास विभाग के राज्यमंत्री बनाया हुआ है तो वहीं देवबंद से विधायक बृजेश सिंह लोक निर्माण विभाग से राज्यमंत्री हैं। जबकि जनपद सहारनपुर में चार अन्य विधान सभा सीटों पर भाजपा के 4 विधायक और हैं। जिनमे से गंगोह और नकुड़ लोकसभा कैराना में सम्मिलित हैं। Loksabha Election Result
अगर हम कैराना लोकसभा सीट की बात करें तो यहां गठबंधन के बाद रालोद के दो विधायक और जुड़ जाते हैं। बावजूद इसके सहारनपुर और कैराना सीट भाजपा के हाथ से निकल गई। गठबंधन प्रत्याशी इमरान मसूद और इकरा हसन ने बाजी मार ली। यहां से कांग्रेस ने 1984 के बाद जीत हासिल की है। कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद ने भाजपा के राघवलखन पाल को हराया। जिले के दो-दो मंत्री होने का लाभ पार्टी को जिले की अन्य विधानसभा में नहीं मिला और पार्टी लगातार दूसरी बार सहारनपुर में चुनाव हार गई। देखना दिलचस्प होगा कि इन दोनों मंत्रियों की कुर्सी बचती है या फिर हार का ठीकरा इनके सिर फोड़ा जाता है। इसके बाद अब यही माना जा रहा है कि हार के चलते जिम्मेदार मंत्रियों एवं नेताओं पर गाज गिर सकती है। Loksabha Election Result
अब बात मेरठ जिले की कर लेते हैं जहां दिनेश खटीक और सोमेंद्र तोमर प्रदेश सरकार में दो मंत्री हैं। मेरठ सीट पर भाजपा प्रत्याशी की जीत हुई है। हालांकि यह जीत बहुत कम मार्जिन से हुई है। भाजपा की लाज कैंट विधान सभा क्षेत्र में आकर बची जहां लगभग एक लाख वोटों की बढ़त मिली। ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत राज्य मंत्री सोमेंद्र तोमर मेरठ दक्षिण से विधायक हैं। यहां भाजपा को समाजवादी पार्टी के मुकाबले 20473 वोट कम मिले। वहीं, दूसरे मंत्री दिनेश खटीक हस्तिनापुर से विधायक हैं। उनकी विधानसभा बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में आती है। यहां से रालोद प्रत्याशी चंदन चौहान चुनाव लड़ रहे थे। हस्तिनापुर में रालोद प्रत्याशी को 27047 वोटों की बढ़त मिली। यह बढ़त चंदन चौहान की जीत के लिए अहम साबित हुई। Loksabha Election Result

वहीं मुजफ्फरनगर की बात करें तो यहां से कपिल देव अग्रवाल योगी सरकार में मंत्री हैं। मुज़फ्फरनगर शहर से विधायक कपिल देव अग्रवाल व्यवसायिक शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं। 2022 में कपिल देव अग्रवाल की जीत 15 हजार से ज्यादा वोट से हुई थी। दूसरी विधानसभाओं में भी कपिल देव अग्रवाल का कोई प्रभाव नजर नहीं आया। ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तार में कपिल देव अग्रवाल के विकल्प पर भी गौर किया जा सकता है। Loksabha Election Result

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