BSP Candidate Suspended
माजिद अली बसपा प्रत्याशी

BSP Candidate Suspended : बसपा ने लोकसभा प्रत्याशी माजिद अली पार्टी से निष्कासित, पार्टी विरोधी गतिविधियों के अलावा भाजपा का सहयोग करने के आरोप 

सहारनपुर : लोकसभा चुनाव चुनाव में करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती एक्शन मोड़ में आ गई हैं। सहारनपुर लोकसभा सीट से बसपा प्रत्याशी रहे माजिद अली को बसपा से निष्कासित कर दिया गया है। माजिद अली पर पार्टी विरोधी गतिविधियों के अलावा भाजपा प्रत्याशी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के आरोप लगाए गए हैं। माजिद अली के साथ उनके भाई फिल्म अभिनेता केआरके को भी पार्टी से निष्काषित किया गया है। बसपा सुप्रीमो की इस कार्यवाई के बाद बसपा नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है। जबकि माजिद अली को पार्टी से हुए निष्कासन की जानकारी नहीं है। मतगणना के तुरंत बाद बसपा प्रत्याशी माजिद अली का निष्कासन सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी ने माजिद अली को सहारनपुर लोकसभा सीट पर प्रत्याशी बनाया था। चुनाव के परिणाम आये तो बसपा प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे। चुनाव में करारी हार के बाद माजिद अली और उनके बड़े भाई केआरके को बसपा सुप्रीमो की कार्यवाई का शिकार होना पड़ गया। माजिद अली और उसके भाई को बहुजन समाज पार्टी ने निष्कासित कर दिया है। जिलाध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद ने प्रेस नोट जारी कर इसकी जानकारी दी है।

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जिलाध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद ने कहा कि माजिद तो पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे ही। उनके भाई केआरके ने सोशल मीडिया के जरिए बहन मायावती के खिलाफ अपशब्द लिखे हैं, जिसे लेकर कार्रवाई की गई है। लोकसभा चुनाव में वह जमानत भी नहीं बचा सके। परिणाम आने के एक दिन बाद ही बसपा ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने एवं अनुशासनहीनता के चलते निष्कासित कर दिया है। उनके बड़े भाई केआरके को भी निष्कासित किया गया है।

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गौरतलब है कि उनकी पत्नी तस्मीम बानो साल 2016 में बसपा के टिकट पर जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीती थी। इसके बाद माजिद अली पांच साल पार्टी में रहे और हर एक गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। लेकिन 2021 के जिला पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी और उनके बीच कुछ मतभेद हो गए। जिसके चलते मजीद अली ने 16 सितंबर 2021 को नोएडा के आजाद समाज पार्टी कार्यालय पर चंद्रशेखर की मौजूदगी में आसपा में शामिल हो गए थे।

उस वक्त बसपा नेताओं का आरोप था कि मजीद अली जिला पंचायत अध्यक्ष का दूसरी बार टिकट नहीं मिलने की वजह से पार्टी छोड़कर भागे हैं। हालांकि 3 दिसंबर 2023 में मजीद अली ने फिर से बसपा में घर वापसी कर ली थी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी शमसुद्दीन राइन ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराने के साथ ही लोकसभा प्रभारी बनाया था।

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इस बाबत जब माजिद अली से बात करनी चाहि तो उन्होंने बताया कि पार्टी से निष्कासन के बारे उन कोई जानकारी नहीं है। न ही जिलाध्यक्ष की ओर से उनके पास कोई फोन आया है। केआरके के निष्कासन पर उन्होंने कहा कि उनके भाई कभी पार्टी में रहा ही नहीं। पार्टी तो दूर हमसे भी उसका बहुज ज्यादा ताल्लुक नहीं है। बहनजी ने जो कार्रवाई की है वह उसके खिलाफ कुछ नहीं बोलेंगे।

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