Houses Immersed In Flood

Houses Immersed In Flood : बाढ़ की चपेट में आये सहारनपुर के कई गाँव, ग्राउंड जीरो पहुंची NEWS 14 TODAY की टीम 

Houses Immersed In Flood : बाढ़ की चपेट में आये सहारनपुर के कई गाँव, ग्राउंड जीरो पहुंची NEWS 14 TODAY की टीम

Published By Roshan Lal Saini

Houses Immersed In Flood सहारनपुर : उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पहाड़ों पर कई दिनों से लगातार हो रही बरसात से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।  गाँव देहात से लेकर शर तक त्राहिमाम-त्राहिमाम मची हुई है। ग्रामीण इलाकों के साथ शहरी इलाके में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। जहां यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है वहीँ बरसाती नदियां उफान पर हैं। पहाड़ो में हुई बारिश का पानी हथनीकुंड बैराज पर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच रहा है जिसके चलते लाखों क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा जा रहा है। हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी भी खतरे के के निशान से ऊपर बह रही है। यमुना तटीय इलाको में बाढ़ जैसे हालत बने हुए हैं।

आसपास के सैकड़ों गाँवों के ग्रामीण परिजनों के लेकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए हैं। उधर बरसाती नदियों का पानी भी गांवों और खेतों में घुसने लगा है। जिसके चलते ग्रामीणों को अपने बीवी बच्चों के साथ मवेशियों की भी चिंता सताने लगी है। ऐसी ही तस्वीरें थाना बेहट इलाके के गांव मांडला में देखने को मिली। जहां नागनाथ नदी का गांव में घुस गया है। आधा गांव के मकानों में पानी भरने से ग्रामीणों में हाहाकार मचा हुआ है।

 

डूब गया खाने का सामान, बह गए मवेशी
अचानक आई बाढ़ के पानी के घरो में घुसने से खाने के अनाज से लेकर पहनने के कपड़े तक सब पानी मे डूब गए हैं। आलम यह है बेबश ग्रामीण ऊंचे एवं सुरक्षित स्थान पर अन्य ग्रामीणों के घर और घेरों में रहने को मजबूर हैं। खाने का सामान पानी मे डूबने से खाने पीने के भी लाले पड़े हैं। अचानक तेज बहाव के साथ आये पानी की वजह से कई लोग और बच्चे खेतों में फंसे हुए है। किसानों के मवेशी पानी के बहाव में बह चुके हैं। हालांकि ग्रामीणों ने जान पर खेल कर कई बच्चों को रेस्क्यू कर बचा लिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि नागनाथ नदी में मानकों के विपरीत लगाया गया सोलर ऊर्जा प्लांट बाढ़ की मुख्य वजह बना हुआ है। Houses Immersed In Flood

ग्राउंड जीरो पर पहुंचा  NEWS 14 TODAY

NEWS 14 TODAY की टीम ने ग्राउंड जीरो पर गांव मांडला पहुंच कर न सिर्फ बाढ़ प्रभावित इलाके का जायजा लिया बल्कि ग्रामीणों से बातचीत की। NEWS 14 TODAY टीम ने GRAOUND ZERO पर जाकर देखा तो स्तिथि भयावह बनी हुई है। गांव के सैंकड़ो घरों में पानी घुसा हुआ है। गांव के बाहर खेतों में 4 से 6 फीट पानी आया हुआ है। सड़के और खेत सब नदी जैसा रौद्र रूप लिये हुए है। गांव मांडला के रास्ते शहर से जुड़ने वाले दर्जनों का का संपर्क ओरी तरह कट चुका है। जहां तक नजर जाती है वहां तक पानी ही पानी नजर आ रहा है। देखने से लगता है कि मानो गांव मांडला में जल प्रलय आ गई हो।
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खेतों में फंसे बच्चों को किया रेस्क्यूआपको बता दें कि गांव मांडला के पास के नागनाथ नदी गुजरती है। पहाड़ों औऱ मैदानी इलाकों में कई दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश यमुना नदी समेत सभी बरसाती नदियां ओवर फ्लो हो चुकी हैं। जिसके चलते बरसाती नदियों का पानी अब आसपास के खेतों और गांव की ओर रुख कर रहा है। पानी को जहां से रास्ता मिल रहा है वहीं से तेज बहाव के साथ बह रहा है। नागनाथ नदी में क्षमता से ज्यादा पानी ने नया रास्ता बना लिया है। पानी तेज बहाव के साथ मांडला गांव में पहुंच गया है। सैकड़ो घरों में पानी घुसने से ग्रामीणों के सामने रहने, खाने, पीने समेत तमाम दिक्कतें आने लगी है। गांव की बाहरी बस्ती के घरों में 6-6 फीट पानी भरा हुआ है। जबकि गांव के पूर्वी छोर में बाढ़ आई हुई है। हालात देखने से लगता है कि नागनाथ नदी गांव में ही आ गई हो। क्योंकि गांव के पूर्व में बाढ़ का पानी खेतों में खड़ी फसलों और चारे को तहस नहस करते हुए तेज बहाव के साथ आगे बढ़ रहा है। मिनट दर मिनट जल स्तर बढ़ता जा रहा है। जिससे ग्रामीणों की चिंता भी बढ़नी लाज़मी है। Houses Immersed In Flood
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खेत में फंसे बच्चे को रेस्क्यू कर लाते ग्रामीण

नदी में लगा सोलर ऊर्जा प्लांट बना बाढ़ का कारण

NEWS 14 TODAY से बातचीत में ग्रामीणों ने बताया कि नागनाथ नदी में सरकार की ओर से सोलर ऊर्जा प्लांट लगाया गया है। जो ठेकेदार ने मनमानी कर मानकों के विपरीत लगाया हुआ है। सोलर प्लांट के लिए नदी किनारे दीवार बना दी गई है जिससे नदी में आये पानी का रुख मुड़ गया है। हालांकि दीवार बनाते वक्त ग्रामीणों ने जिलाधकारी को इसकी शिकायत कर विरोध भी किया लेकिन कोई सुनवाई नही हुई। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को इस बाढ़ का सामना करके भुगतना पड़ रहा है। 2013 में जब केदारनाथ धाम पर आई प्राक्रतिक आपदा के बाद इतना पानी पहले औऱ बाद में कभी नही आया। प्रशासन की जल्दबाजी और लापरवाही का नतीजा है जो आज ग्रामीणों को बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। Houses Immersed In Flood
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डूब रहे ग्रामीण, जिले से बाहर घूम रहे MP-MLA

ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार की दोपहर उस वक्त अचानक तेज बहाव के साथ बाढ़ आ गई जब वे लोग अपने खेतों में काम कर रहे थे। क्योंकि मंगलवार को खराब मौसम से थोड़ी सी राहत मिली थी। मौसम साफ होने पर सब ग्रामीण बेचिंत होकर खेतों में पहुंच गए थे। तेज बहाव के साथ आये पानी को देखकर कुछ लोग संभल गए जबकि कुछ लोग पानी मे फंस गए। ग्रामीणों ने मानव शृंखला बनाकर पानी के बहाव में फंसे ग्रामीणों को रेस्क्यू कर बचा किया। ग्रामीणों का आरोप है कि बार बार फोन करने पर न तो प्रशानिक अधिकारी मदद को पहुंचा और ना ही स्थानीय सपा विधायक आशु मलिक और बसपा सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कोई सूद ली है। पूरा गांव भगवान भरोसे एक दूसरे की मदद कर होंसला बढ़ा रहा है। Houses Immersed In Flood

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