Azam Khan News

Azam Khan News : सपा नेता आजम खां की फिर बढ़ी मुश्किलें, बस्ती खाली कराने के मामले में 14 लाख जुर्माना के साथ 10 साल की सजा

Azam Khan News : सपा नेता आजम खां की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। डूंगरपुर के एक और मामले में आजम खां को कोर्ट से जोर का झटका धीरे से लगा है। गुरूवार कोर्ट ने आजम खां को उक्त मामले में 10 साल की सजा और 14 लाख रूपये जुर्माना भरने की सजा सुनाई है। जानकारी के मुताबिक़ आज़म खां सुनवाई के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सीतापुर की जेल से जुड़े थे।

Azam Khan News

आपको बता दें कि सपा के कद्दावर नेता के नाम से जपहचान बना चुके आज़म खां के लिए उनका आपराधिक इतिहास अब सजा का मुख्य कारण बनता जा रहा है। आजम खान के खिलाफ अब तक 108 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। जिसमें से 80 मुकदमे कोर्ट में ट्रायल पर चल रहे हैं। जबकि पिछले 17 महीनों में सुनवाई के बाद अदालत ने छह मामलों में सपा नेता आज़म खां को सजा सुनाई है।

ये भी पढ़िए … UP के गोंडा में बीजेपी सांसद बृजभूषण के बेटे के काफिले ने तीन को रौंदा, बाइक सवार दो की मौत, महिला की हालत गंभीर
गौरतलब है कि सपा नेता आजम खां के खिलाफ 2019 में डूंगरपुर बस्ती में रहने वाले लोगों ने थाना गंज में 12 मुकदमे दर्ज कराये थे। बस्ती वासियों ने बस्ती खाली कराने के नाम पर लूटपाट, चोरी, मारपीट समेत गंभीर आरोप लगाए थे। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आज़म खां के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज कर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी थी। जिनमें से अदालत ने तीन मुकदमों में फैसला सूना दिया है। दो मामलों में सपा नेता को बरी किया जा चुका है। जबकि एक मामले में उन्हें सात साल की कैद की सजा सुनाई गई। सपा नेता आजम खां फिलहाल सीतापुर जेल में बंद हैं। इस मामले में बुधवार को कोर्ट ने आजम खां व ठेकेदार बरकत अली को दोषी करार दिया था। गुरुवार सुबह कोर्ट खुलते ही अदालत ने दोनों को सजा सुनाई है।

ये भी पढ़िए …  NGT की रोक के बाद असलमपुर बरथा में अवैध खनन जारी, खनन माफिया रात के अँधेरे में पॉकलाइन मशीनों से कर रहे अवैध खनन

दरअसल डूंगरपुर निवासी अबरार हुसैन ने थाना गंज में 13 अगस्त 2019 को तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई थी। तहरीर में बताया गया था कि तत्कालीन सीओ आले हसन, दरोगा फिरोज खां, ठेकेदार बरकत अली, सीएंडडीएस के जेई परवेज आलम 6 दिसंबर 2016 की सुबह उनकी बस्ती में पहुंचे थे। जहां उन्होंने वहां रहने वाले लोगों से मकान खाली करने को कहा था। जब लोगों ने उनका विरोध किया तो दरोगा फिरोज खां ने बस्ती वासियों पर फायरिंग कर दी थी। इतना ही नहीं उनकी वाशिंग मशीन, सोना, चांदी व पांच हजार रुपये लूट ले गए थे। जब पुरे मामले की जांच की गई तो सपा नेता आजम खां की मिली भगत सामने आई। जिसके बाद आज़म खां का नाम मुकदमें में शामिल किया गया था। इस मुकदमे में जानलेवा हमला और डकैती के भी आरोप लगे हैं।

सपा नेता आजम खां समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे हैं। वह 10 बार विधायक, चार बार कैबिनेट मंत्री, एक बाद राज्यसभा और एक बार लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव से सपा नेता की मुश्किलें ऐसी बढ़ीं कि उससे वह अभी तक उबर नहीं पाए हैं। सपा नेता आजम खां पर रामपुर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद समेत अन्य जिलों में कुल 108 मुकदमे पंजीकृत हुए थे, जिसमें 80 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं।

 

Similar Posts