देश में पहली बार हुआ राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरणों का राष्ट्रीय सम्मेलन

चंडीगढ़, 5 फरवरी। पुलिस की कार्यप्रणाली और आचरण के विरूद्ध जनता द्वारा की जाने वाली शिकायतों के समाधान हेतु राज्यों में गठित पुलिस शिकायत प्राधिकरणों की कार्यप्रणाली में एकरूपता लाने के उद्देश्य से आज हरियाणा पुलिस शिकायत प्राधिकरण द्वारा सभी राज्यों की पुलिस शिकायत प्राधिकरणों के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह सम्मेलन देश में पहली बार आयोजित किया गया है, जिसमें विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्राधिकरणों को और सुदृढ़ करने, जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान करने और पुलिस के साथ भी बेहतर समन्वय बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमने सत्ता में आने के बाद पुलिस शिकायत प्राधिकरण को सुदृढ़ करने के लिए अनेक कदम उठाए। हमारा ध्येय यही था कि जनता की शिकायतों का समाधान करने के लिए न्यायपूर्ण रास्ता अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि जब हमने सत्ता संभाली थी, तो उस समय जनता यह शिकायत करती थी कि उनकी एफआईआर भी दर्ज नहीं की जाती है, इस पर संज्ञान लेते हुए हमने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुलिस थानों में आने वाले हर व्यक्ति की एफआईआर अवश्य दर्ज की जाए। इसके बाद पुलिस के अधिकार क्षेत्र की समस्या को भी खत्म करते हुए हमने जीरो एफआईआर दर्ज करने के भी निर्देश दिए।

        उन्होंने कहा कि पहले दिन से ही हमारा लक्ष्य प्रदेश में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना है और इसके लिए कई कारगर कदम भी उठाए गए हैं। व्यवस्था परिवर्तन के अनेक काम करते हुए हम सिस्टम में पारदर्शिता लेकर आए हैं। पुलिस सुधार का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली को और सुदृढ़ करने के लिए और वित्तीय मामलों से निपटने हेतु हरियाणा राज्य एनफोर्समेंट ब्यूरो का गठन किया है, जिसके तहत कर चोरी, बिजली चोरी, खनन चोरी या नहर पानी की चोरी इत्यादि गतिविधियों पर लगाम लगाई जा रही है।

        उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 33 महिला थाने खोले हैं और पुलिस में भी महिलाओं की संख्या बढ़ाई है। साथ ही, साइबर क्राइम से निपटने के लिए अलग से साइबर थाने बनाये हैं और हर पुलिस थानों में साइबर डेस्क की स्थापना की है।

        उन्होंने कहा कि जनता के मन में यह शंका होती थी कि पुलिस द्वारा उनके साथ किये जाने वाले गलत व्यवहार की शिकायत वे कहां दर्ज कराएं, जहां उन्हें न्याय मिले। इसी अवधारणा के साथ राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण अस्तित्व में आया। हरियाणा पुलिस शिकायत प्राधिकरण में लगभग 2 हजार शिकायतें प्राप्त हुई हैं और प्राधिकरण की सिफारिशों के आधार पर राज्य सरकार ने संबंधित पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड किया है व जुर्माना भी लगाया है। इसलिए आज जनता में प्राधिकरण के प्रति विश्वास बढ़ा है कि उनकी शिकायतों की सुनवाई हो रही है।

सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को सेवा भाव से काम करने की जरूरत

        मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने सही दृष्टिकोण, कौशल और ज्ञान के साथ, भविष्य की जरूरतों के अनुरूप प्रशासनिक सेवा को तैयार करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए मिशन कर्मयोगी की शुरुआत की है। हरियाणा में भी मिशन कर्मयोगी चलाया जा रहा है और राज्य में लगभग साढ़े 3 लाख कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है कि किस प्रकार जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतर सकें। सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को सेवा भाव से काम करने की जरूरत है।

        उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन का आयोजन एक अच्छा निर्णय है, ताकि सभी राज्य अपनी-अपनी बेस्ट प्रैक्टिस का आदान प्रदान करें। उन्होंने सम्मेलन के मुख्य वक्ता श्री प्रकाश सिंह, पूर्व डीजीपी (सेवानिवृत) का धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि श्री प्रकाश सिंह ने हमेशा ही पुलिस में सुधार लाने पर जोर दिया है और इसके लिए वे अथक प्रयास कर रहे हैं।

हरियाणा राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण द्वारा ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाने की प्रक्रिया की शुरू – नवराज संधू

        इस अवसर पर हरियाणा पुलिस शिकायत प्राधिकरण की अध्यक्षा नवराज संधू ने प्राधिकरण के गठन और कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के इस सम्मेलन में देश के अलग-अलग राज्यों से प्राधिकरणों के चेयरमैन और सदस्यों ने भाग लिया है और पुलिस प्राधिकरण की कार्यप्रणाली को किस प्रकार बेहतर किया जा सके, इस पर विस्तार से चर्चा की गई है।

        उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा प्राधिकरण को पूरा सहयोग व प्रोत्साहन दिया गया है, जिसके कारण ही प्राधिकरण अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस शिकायत प्राधिकरण द्वारा जनता में जागरूकता लाने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं और प्राधिकरण द्वारा ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

पुलिस को भी जनता के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए- प्रकाश सिंह

        सम्मेलन में मुख्य वक्ता प्रकाश सिंह, पूर्व डीजीपी (सेवानिवृत) ने राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण की अवधारणा, उसका गठन, नियम व कार्यप्रणाली पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने नागरिकों को राहत प्रदान करने और पुलिस द्वारा शक्तियों के दुरुपयोग को रोकने के लिए मजबूत व प्रभावी राज्य पुलिस शिकायत प्राधिकरण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने पुलिस के समक्ष आने वाले विभिन्न मुद्दों और शिकायत प्राधिकरण को स्वायत्तता देने के लिए किए गए प्रयासों के बारे में भी विस्तार से बताया। श्री प्रकाश सिंह ने कहा कि पुलिस को भी जनता के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए। उन्होंने एक सशक्त पुलिस शिकायत प्राधिकरण के लिए सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों को भी प्राधिकरण में शामिल किया जाना चाहिए।

        सम्मेलन में हरियाणा के महाधिवक्ता बलदेव राज महाजन, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, हरियाणा पुलिस शिकायत प्राधिकरण के सदस्य के के मिश्रा व आर सी वर्मा, हरियाणा लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष आलोक वर्मा और हरियाणा खाद्य आयोग के अध्यक्ष अरुण सांगवान सहित विभिन्न राज्यों से आए पुलिस शिकायत प्राधिकरणों के अध्यक्ष व सदस्य मौजूद रहे।

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