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Saharanpur Nikay Chunav 2023 : मतदान के बाद गुणा-भाग में जुटे प्रत्याशी, मेयर सीट पर त्रिकोणीय रहा मुकाबला, 13 मई को आएंगे नतीजे 

Saharanpur Nikay Chunav 2023 : मतदान के बाद गुणा-भाग में जुटे प्रत्याशी, मेयर सीट पर त्रिकोणीय रहा मुकाबला

Published By Rosha Lal Saini
Saharanpur Nikay Chunav 2023 सहारनपुर : गुरूवार को निकाय चुनाव के प्रथम चरण के लिए मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया है। सहारनपुर नगर निगम समेत 4  नगर पालिका और 7 नगर पंचायतो में सुबह 7 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक 70 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ है। सभी पार्टियों एवं निर्दलीय प्रत्याशियों की किस्मत EVM और मतपेटियों में बंद हो गई है। सहारनपुर के नगर निकाय चुनाव में जहां बसपा नेता इमरान मसूद(Imaran Masood) अपनी भाभी खदीजा मसूद(Khadiza Masood) की जीत को लेकर चिंतित हैं। वहीं योग सरकार के कई मंत्रियो की साख भी दांव पर लगी हुई है।
बीजेपी प्रत्याशियों के लिए न सिर्फ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(CMYOGI) रैली कर चुके हैं बल्कि राज्य मंत्री अरुण वसीम, बृजेश सिंह रावत, जशवंत सैनी समेत सभी स्थानीय विधायक अपने प्रत्याशी को जिताने की अपील कर रहे थे। ख़ास बात ये है कि  नगर पंचायत सरसावा में जल शक्ति मंत्री दिनेश खटीक की बहन वर्षा मोगा भी भाजपा से प्रत्याशी है। Saharanpur Nikay Chunav 2023

37 जनपदों में नगरीय निकाय चुनाव के लिए मतदान

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में गुरूवार को 37 जनपदों में नगरीय निकाय चुनाव के लिए मतदान हुआ है। जनपद सहारनपुर की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी से डॉ. अजय कुमार, बहुजन समाज पार्टी की खतीजा मसूद, समाजवादी पार्टी के नूर हसन, कांग्रेस के प्रदीप वर्मा और आम आदमी पार्टी के सहदेव सिंह चुनावी मैदान में हैं। इनके आलावा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर आशिक अली, फातमा बेगम और शबनम चुनाव मैदान में रहीं हैं। महापौर पद के लिए आठ प्रत्याशियों के बीच मुकाबला हुआ है। नगर निगम के 70 वार्डों में पार्षद पद के 384 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। जिनकी किस्मत गुरूवार को EVM मशीनों में बंद हो गई।

भाजपा, बसपा और समाजवादी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला

सहारनपुर महापौर पद के लिए मुकाबले की बात करें तो यहां भाजपा, बसपा और समाजवादी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा है। हालाँकि 2 मई से पहले सहारनपुर महापौर की सीट पर बसपा और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही थी। लेकिन 2 मई को सपा प्रमुख अखिलेश यादव के रोड के बाद सारे समीकरण बदल गए। जिसके बाद सहारनपुर महापौर का चुनाव पहले से ज्यादा दिलचस्प हो गया। जबकि बसपा नेता इमरान मसूद अपनी भाभी खदीजा मसूद की जीत को लेकर 100 फीसदी आश्वस्त हैं। Saharanpur Nikay Chunav 2023

बसपा नेता इमरान मसूद की मुस्लिम समुदाय में अच्छी पकड़

राजनितिक विशेषज्ञों की माने तो जनपद सहारनपुर में बसपा नेता इमरान मसूद मुस्लिम समुदाय में अच्छी पकड़ रखते हैं या यूँ कहे कि इमरान मसूद की लोकप्रियता मुसलमानो में रही है। जबकि भाजपा के मेयर प्रत्याशी डॉ अजय कुमार पेशे से चिकित्सक हैं और उनका परिवार भाजपा में शक्रिय रहता है। उनकी माता जी भाजपा के टिकट पर पहले सभासद रह चुकी हैं जिसके चलते 2023 के निकाय चुनाव में भाजपा ने डॉ अजय कुमार को महापौर प्रत्याशी के टूर पर चुनाव मैदान में उतारा है। भाजपा प्रत्याशी की लोकप्रियता भी इमरान मसूद से कम नहीं है। यहीं वजह है कि निकाय चुनाव में वे पहले नंबर पर माने जा रहे हैं।
सहारनपुर देहात से सपा विधायक आशु मलिक अपने भाई नूर हसन मलिक को लेकर दूसरे नंबर की लड़ाई लड़ रहे हैं। अब जीत  किसके सर बंधेगा यह  मई को होने वाली मतगणना के बाद ही पता चल पायेगा। फिलहाल सभी प्रत्याशियों की किस्मत और नेताओं की साख EVM मशीनों में कैद हो गई है। EVM मशीनों को कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम में पहुंचाया जा रहा है।  जहां 24 घण्टे स्थानीय पुलिस बल के आलावा सेना की ड्यूटी लगाईं गई है। मतदान होने के बाद प्रत्याशी पड़े वोटरों की गुणाभाग में लगे हैं। अब सबकी निगाहें 13 मई को खुलने वाले परिणाम पर लगी है।
मिडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ मुस्लिम वोटरों के ध्रुवीकरण के चलते मुस्लिम क्षेत्रों में बसपा का हाथी खूब गरजा। वहीँ अखिलेश यादव के रोड शो के बाद सपा की साइकिल ने भी रफ़्तार पकड़ी। लेकिन बसपा के इमरान मसूद महानगर में जुड़े 32 बाहरी गांवों में दलित मतदाताओं को रिझाने में नाकाम रहे हैं। क्योंकि भाजपा राज्यमंत्री अरुण वसीम के आने के बाद दलित समाज भाजपा के साथ खड़े दिखाई दिए। यही स्तिथि पुराने शहर में देखने को मिली जहां भाजपा दलित वोटरों में सेंध लगाने में सफल रही। इसके अलावा भाजपा ने 13 वार्ड में मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव मैदान में खड़े किए है, जिनका लाभ भाजपा को मिल सकता है। यही वजह है कि इन वार्ड में कुछ मुस्लिम वोट भी भाजपा के पक्ष में गया है। सपा प्रत्याशी नूर हसन अपनी तेली बिरादरी के वोट अपने पक्ष में करने में सफल हुए हैं।

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