Mining Mafia Haji Iqbals Property Worth Rs 500 Crore Will be Confiscated

Haji Iqbal’s property attached: अवैध तरीके से अर्जित की गई खनन माफिया हाजी इक़बाल की 506 करोड़ की संपत्ति चिन्हित, लखनऊ, नॉएडा और सहारनपुर की सम्पत्तियां होंगी कुर्क

Haji Iqbal’s property attached: अवैध तरीके से अर्जित की गई खनन माफिया हाजी इक़बाल की 506 करोड़ की संपत्ति चिन्हित, लखनऊ, नॉएडा और सहारनपुर की सम्पत्तियां होंगी कुर्क

Published By Roshan Lal Saini
Haji Iqbal’s property attached सहारनपुर : भगोड़े खनन माफिया एवं पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल उर्फ बाला की मुसीबतें बढ़ जा रही हैं। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने थाना बेहट से मिली आख्या के आधार पर माफिया की 438 बीघा जमीन समेत करीब 506 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया जा रहा है। रविवार को एसडीएम बेहट दीपक कुमार के नेतृत्व में भारी सुरक्षा बल के साथ हाजी इकबाल की ग्लोकल मेडिकल कॉलेज के पास अवैध तरीके से अर्जित की गई 438 बीघा जमीन पर सरकारी बोर्ड लगा कर चिन्हित कर लिया है। जब्त की गई संपत्तियों में इकबाल उर्फ़ बाला, उसके बेटों और उसके साथियों की संपत्तियां भी शामिल है। जिला प्रशासन ने ग्लोकल मेडिकल कॉलेज के पास छह गांवों में हाजी इकबाल और उसके सहयोगियों की करीब 438 बीघा संपत्ति चिन्हित की हैं। जल्द ही इन सभी संपत्तियों पर कुर्की की कार्यवाई की जायेगी। 
 
preparations to attach haji iqbals assets
खनन माफिया हाजी इकबाल के भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली ( फिलहाल जेल में बंद है )
Haji Iqbal’s property attached: हाजी इक़बाल ने अवैध खनन करके यह संपत्ति अर्जित की थी। इतना ही नही गरीब असहाय किसानों की जमीन को जबरन कब्जाया हुआ है। इतना ही नही विरोध करने पर न सिर्फ उनके साथ मारपीट की जाती थी बल्कि उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर दिए जाते थे। खास बात ये है कि खनन माफिया ने अकूत सम्पत्ति को अपने रिस्तेदारो और नजदीकी नौकरों के नाम कराया हुआ था।
हाजी इकबाल और उसके परिजनों पर अवैध खनन, अवैध कब्जे, मारपीट, धमकी देने, धोखाधड़ी और दुष्कर्म समय कई धाराओं में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। यही वजह है कि खनन माफिया हाजी इकबाल अंडर ग्राउंड चल रहा है जबकि उसके भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली, सारे बेटे और कई सहयोगी जेल में सजा काट रहे हैं। सहारनपुर पुलिस खनन माफिया हाजी इकबाल की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है। जिलाधिकारी की संतुति के बाद हजारों करोड की बेनामी संपत्ति को सरकारी संपत्ति में पहले भी सम्मिलित कर लिया गया।Haji Iqbal’s property attached
preparations to attach haji iqbals assets
पूर्व बसपा एमएलसी एवं खनन माफिया हाजी इकबाल हुए भगोड़ा घोषित

Haji Iqbal’s property attached: आपको बता दें कि मामूली परचून की दुकान चलाने वाला इक़बाल बाला बसपा सरकार में न सिर्फ उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा खनन माफिया बन गया था बल्कि अवैध खनन को अंजाम देकर देखते ही देखते हजारों करोड़ की अकूत संपत्ति का बेताब बादशाह बन गया। धन बल और पार्टी फंड देने के नाम पर हाजी इक़बाल तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती का चहेता बन गया। जिसके मायावती ने 2010 में हाजी इकबाल को MLC बना कर विधान परिषद भेज दिया।

एमएलसी बनने के बाद हाजी इक़बाल के गुर्गों ने थाना मिर्जापुर पोल इलाके में ग्रामीणों पर अत्याचार शुरू कर दिया। उनकी खेती की जमीनों पर जबरन कब्जे करने शुरू कर दिए। विरोध करने पर न सिर्फ उनके साथ मारपीट की जाती बल्कि उनके खिलाफ झूठे मुकदमे करा दिए गए। बसपा के बाद 2012 में सपा की अखिलेश सरकार में भी हाजी इक़बाल का रसूख कम नही हुआ। शासन प्रशासन से सांठगांठ कर गरीब किसानों पर जुल्म करता रहा। हजारों बीघा जमीन कब्जा कर अपने नौकरों, मुंशी औऱ रिस्तेदारो के नाम करवा दी। 2017 में योगी सरकार आने पर पीड़ितों को न्याय की उम्मीद जगी तो उन्होंने पुलिस अधिकारियों को आपबीती सुनाई औऱ मुकदमे दर्ज कराए। पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर मुकदमे दर्ज कर जांच पड़ताल की तो इक़बाल बाला के एक के बाद एक काले कारनामो का खुलासा होता चला गया। 

ये भी पढ़िए … कृषि पट्टे की आड़ में किया जा रहा अवैध खनन, सड़कें, पर्यावरण के साथ यमुना नदी को पंहुचाया जा रहा नुकसान, NGT के आदेशों, नियमों और मानकों की उड़ाई जा रही धज्जियां 

Haji Iqbal’s property attached: इक़बाल एवं उसके परिजनों के खिलाफ धोखाधड़ी कर गरीब असहाय किसानों की जमीन हड़पने के दर्जनों मुकदमे चल रहे हैं। इक़बाल के फरार होने के बाद पुलिस ने इक़बाल के खिलाफ गैंगस्टर की धाराओं में मुकदमे दर्ज किए हुए हैं। इतना ही नहीं खनन एम्फिया को भगोड़ा घोषित कर उसके खिलाफ 1 lakh के इनाम की घोषणा की गई है।
एसएसपी विपिन ताड़ा ने बताया कि पुलिस ने खनन माफिया एवं साथियों के खिलाफ एक रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी थी। जिसमें हाजी इक़बाल औऱ उसके साथियों के नाम अवैध तरीके से अर्जित की गई बेनामी संपत्तियां थी। जिलाधिकारी ने हाजी इक़बाल की करीब 506 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति के जब्तीकरण के आदेश दिए हैं। हाजी इक़बाल की लखनऊ, सहारनपुर और नॉएडा शहरों में अर्जित की गई संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है। इसके अलावा हाजी इक़बाल के साथियों की संपत्तियों की भी जांच की जा रही है। अवैध खनन एवं अवैध तरीके से अर्जित की गई सभी संपत्तियों को जब्त कर सरकारी संपत्ति में सम्मिलित कर लिया जाएगा। अदालत ने खनन माफिया हाजी इक़बाल और उसके कई साथियों को भगोड़ा घोषित कर दिया है। Haji Iqbal’s property attached
438 बीघा जमीन समेत करीब 506 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क
438 बीघा जमीन समेत करीब 506 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क

ये भी देखें … ऐसे बनते है खनन कारोबारी से खनन माफिया 

Haji Iqbal’s property attached एसएसपी डॉ विपिन ताड़ा के मुताबिक हाईकोर्ट इलाहाबाद ने इक़बाल के खिलाफ NBW जारी हैं। इक़बाल औऱ उसके साथियों के खिलाफ हिस्ट्रीशीटर, गैंगस्टर, दुष्कर्म समेत संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। इक़बाल बाला की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। SOG, सर्विलांस की टीम के अलावा थाना मिर्जापुर पोल पुलिस इक़बाल की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। जल्द ही बसपा के पूर्व एमएलसी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। Haji Iqbal’s property attached
 
रविवार की शाम को ढोल नगाड़े बजाकर हाजी इक़बाल उर्फ़ बाला की अवैध भूमि को चिन्हित किया गया।  जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने बताया कि भगोड़े खनन माफिया इक़बाल बाला पुत्र अब्दुल वाहिद निवासी मिर्जापुर पोल एक गिरोह चलाता था। इकबाल बाला खुद इस गिरोह का लीडर रहा है। इनके अलावा अब्दुल वाजिद, जावेद, मोहम्मद अफजाल, अलीशान पुत्र गण हाजी मोहम्मद इकबाल ऊर्फ बाला निवासी ग्राम मिर्जापुर पोल थाना मिर्जापुर के अलावा राव लईक पुत्र सईद अहमद निवासी रायपुर, नसीम पुत्र गफ्फार उर्फ गफूर निवासी मिर्जापुर पोल थाना मिर्जापुर गैंग के सदस्य हैं। थाना मिर्जापुर में खनन माफिया, उसके पुत्रों व सहयोगियों, रिश्तेदारों, नौकरों आदि के विरुद्ध लोगों को डरा धमका कर सरकारी, गैर सरकारी संपत्ति पर कब्जा कर संपत्तियों के क्रय विक्रय एवं अवैध रूप से धन अर्जित किए जाने का आरोप है।
Haji Iqbal’s property attached: डीएम  जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र ने बताया कि गिरोह के लीडर इकबाल पर थाना मिर्जापुर में लगभग 36 मुकदमे दर्ज हैं. इसके अलावा 12 वाद न्यायालय में विचाराधीन हैं. उसके चारों पुत्रों और साथी राव लईक, नसीम पर भी दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। लीडर इकबाल एवं सदस्य अपराधिक कार्यों में लिप्त हैं। बेशकीमती खैर की इमारती लकड़ी की चोरी एवं तस्करी करते हैं। इससे जरिए आरोपियों बेनामी संपत्ति अर्जित की. खनन माफिया हाजी मोहम्मद इकबाल के नोएडा, दिल्ली, लखनऊ में भी संपत्तियां चिन्हित की गईं है। इकबाल ने कई फर्जी कंपनियां भी बनाई हुईं हैं. उन्होंने बताया कि छह गांवों व सहारनपुर में लगभग 58 जगह की संपत्ति को चिन्हित कर बोर्ड लगाए गए हैं।

Similar Posts